सोनाक्षी सिन्हा और हुमा कुरैशी (Huma Qureshi) की फिल्म ‘डबल एक्सएल’ (Double XL) आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। यह फिल्म सामाजिक मुद्दे पर बनी है। सोनाक्षी सिन्हा और हुमा कुरैशी की फिल्म ‘डबल XL’ से इंडियन क्रिकेटर शिखर धवन (Shikhar Dhawan) बॉलीवुड डेब्यू करने जा रहे हैं। फिल्म ‘डबल XL’ बॉडी शेमिंग पर है। वजन बढ़ना जैसे बहुत बड़ी गलती हो, कुछ लड़कियों को बॉडी शेमिंग की वजह से क्या कुछ झेलना पड़ता है।
बॉडी शेमिंग आज के दौर में एक ऐसा सामाजिक मुद्दा है, जिससे हम सभी का कभी न कभी किसी न किसी रूप में जरूर पाला पड़ा है। मगर इस मुद्दे पर बॉलिवुड में फन्ने खां और दम लगा के हईशा जैसी कम ही फिल्में बनी हैं। जाहिर सी बात है फिल्म अगर फैट फोबिया को लेकर होगी, तो फिल्म के नायक या नायिका को किरदार में वजनदार दिखना होगा और वजन बढ़ाकर पर्दे पर आने का दुस्साहस मेन स्ट्रीम की हीरोइनें कम ही करती हैं। सालों से रुपहले पर्दे पर भी तो नायिका की खूबसूरती और कद-काठ के तयशुदा मानक रहे हैं। दम लगा के हईशा में भूमि पेडनेकर ने 15 किलो वजन बढ़ाया था और अब निर्देशक सतराम रमानी की डबल एक्सएल के लिए सोनाक्षी सिन्हा और हुमा कुरैशी को भी तकरीबन इतना ही वजन बढ़ाना पड़ा है। हेलमेट जैसी बोल्ड मुद्दे वाली फिल्म का निर्देशन कर चुके सतराम रमानी वाकई बॉडी शेमिंग जैसे बेहद ही सामयिक विषय पर फिल्म लेकर आए, कास्टिंग भी उनकी परफेक्ट रही, फिल्म भी उन्होंने अच्छी नियत से बनाई, मगर मगर कहीं न कहीं इस जरूरी मुद्दे वाले विषय की परतों को पूरी तरह से उकेरने में कामयाब नहीं रहे।
कहानी इतनी सिंपल है कि आप या आपके घर का कोई न कोई सदस्य इससे रिलेट कर सकते हैं। लोगों को बातों में वजन चाहिए, लेकिन बॉडी के वजन से शेमिंग होती है। मोटा, मोटी शब्द का सहजता से इस्तेमाल करते आए हैं कभी नहीं सोचा जिसे बोल रहे हैं उसे कैसा महसूस होता होगा। बॉडी शेमिंग पर एक्ट्रेसेज खुलकर बोलती हैं और करारा जवाब भी देती हैं।
फिल्म ‘डबल एक्सएल’ में सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha) और हुमा कुरैशी (Huma Qureshi) मेन रोल में है। ये कहानी है हुमा कुरैशी और सोनाक्षी सिन्हा की जिनका वजन ज्यादा है या फिर सीधे सीधे बोलें तो ‘डबल एक्सएल’ । हुमा को स्पोर्ट्स प्रेजेंटर बनना है तो सोनाक्षी को फैशन डिजाइनर लेकिन दोनों की सबसे बड़ी दिक्कत है उनका वजन। अब हुमा को शरीर के मोटपे की वजह से स्पोर्ट्स प्रेजेंटर बने में प्रॉब्लम हो रही है और बढ़े हुए वजन के साथ सोनाक्षी को फैशन डिजाइनर बनने में भी दिक्कत आ रही है। ऐसे में दोनों अपना दुखड़ा रो रही होती हैं और दोनों की मुलाकात हो जाती है और दोनों एक दूसरे का साथ देती हैं अपने सपनों को सच करने में फिर क्या वो सपने सच होते हैं, मोटी लड़कियों को किस तरह से बॉडी शेम किया जाता है। यही इस फिल्म में दिखाया गया है।